जयविद्याधर पण्डितका ४ छोरा थिए । उनका जेठा छोरा, सर्वज्ञधर पण्डित, नेपा गाउँ (नेपालको पश्चिम पहाडी जिल्ला दैलेख) मा बसोबास गर्न गए ।
उनी नेपा गाउँमा बसेका हुनाले उनका सन्तानहरुले आफ्नो थर नेपाल प्रयोग गरेका हुन् । भास्कर पण्डितदेखि मेरो २५ तहको वंशावली यस प्रकार छः
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भास्कर पण्डित
(१३ शताब्दी ई.स.) | |
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| जयगुणाकर पण्डित |
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| जयविद्याधर पण्डित | |
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| जयन्त पण्डित |
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१. |
| सर्वज्ञधर पण्डित [नेपाल] | |
| जसोधर पण्डित [सुतार कार्की] |
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| जयधर पण्डित [बराल] |
| गुणरत्नाकर पण्डित [खनाल] |
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२. |
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| धैवुपाध्या नेपाल |
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| दैवुपाध्या नेपाल [सर्देहवा] | |
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३. |
| देउदत्त | |
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| पुर्खुपाध्या (कुशौली) |
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४. |
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| नारायणदत्त | |
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| दिवाकर (पूर्व) |
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५. |
| जसुपाध्या (ओखलढुङ्गा) |
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| भक्तुपाध्या | |
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६. |
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| जहदुपाध्या | |
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७. |
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| केशवपाध्या | |
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| विष्णुपाध्या (पाल्पा माडी) |
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८. |
| गोवर्धन, सन्तुदास |
| पुरुषोत्तम | |
| हरिनारायण, चिन्तामणि |
| वसन्त |
| जगतमणि, माधव |
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९. |
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| दुर्गादास | |
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१०. |
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| लक्ष्मीधर | |
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११. |
| मनोहर (सर्देहवा) |
| सत्यभद्र | |
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| भगवान (तानसेन) |
| ध्यानी पण्डित |
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१२. |
| मोछेश्वर | |
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| नन्दराम |
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| रघुनाथ (चाँपटारी) |
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१३. |
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| भगिरथ | |
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१४. |
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| दिनैपाध्या | |
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१५. |
| धनपति (अर्घा पटुवा) |
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| कुबेर (म्यालपानी) | |
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| विशुपाध्या |
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१६. |
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| डांसुपाध्या |
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| तारुपाध्या | |
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१७. |
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| ।।। | |
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१८. |
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| शिरोमणि (कटहरबारी) | |
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१९. |
| लोकनाथ (१९ शताब्दी ई.स.) | |
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| ??? |
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| पुरुषोत्तम |
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२०. |
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| दधिराम | |
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२१. |
| गुणाखर |
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| रविलाल |
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| प्रेमनारायण | |
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२२. |
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| रुक्माङ्गत | |
| भोजराज |
| राजेन्द्र |
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२३. |
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| राजन | |
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| रमेश |
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२४. |
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| रजत | |
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माथि देखिए बमोजिम, डांसु र तारु, दैवुपाध्याका सन्तान, माडीबाट म्यालपानी आई बसोबास गरे । डांसुका २ श्रीमती थिए ।
पहिलो श्रीमतीका सन्तान चाँपटारीमा बसे भने दोस्रो श्रीमतीका सन्तान म्यालपानी खस्यौलीमा बसे । त्यस ठाउँ भीड भएपछि, केही कटहरबारीतर्फ लागे भने केही म्यालपानीमै रहे । तारुका सन्तान
म्यालपानी, पांघर (माडी), तथा खुट्लाम पाल्पामा थिए । पछि उनका नाति, शिरोमणि (मेरो जिजुबुवाका हजुरबुवा) पनि कटहरबारी जानुभयो । धेरैजसो कटहरबारीका नेपालहरुको घर त्यहाँ
भएपनि उनीहरु काठमाडौं, रुपन्देही, तथा अन्य जिल्लाहरुमा बसोबास गरिरहेका छन् ।
म श्री रुक्माङ्गत तथा श्रीमती सावित्रा नेपालको जेठो छोरा हूँ । म पाल्पामा जन्मिएपनि, भैरहवामा हुर्किए र काडमाडौंमा अध्ययन
गरें । मेरो घर शंकरपुर, लुम्बिनी अंचलको रुपन्देही जिल्लामा पर्दछ ।
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